Sunday 15 February 2015

16 Feb

*********************************
कुछ ना लिखा तुमने, मेँ यूं ही पन्ने पलटती रही !
पथराई हुई मेरी आँखें, तेरी राहें तकती रही !!
*********************************************

मै तेरी सोच में होंगी,  मै तेरी यादों में होंगी !
तेरी महक में आज भी मेरा वजूद होगा !!
तेरी साँसों में कुछ साँसे मेरे नाम की भी चलती होंगी !
साथ हो न हो तेरा और मेरा पर,
एक शब्द 'एहसास' अभी बाकी है !
मेरे जीने के लिए यही एक शब्द काफी है !! 

**स्वरचित**