आज तू नहीं है,
पर तेरी महक जो आज भी मुझे आती है,
उसमे तेरे वजूद को पाती हूँ।
आज तू नहीं है,
पर वो रास्ते जो कभी तूने मुझे दिखाए थे,
आज उन पर अकेले चल कर भी तेरे साथ को पाती हूँ।
आज तू नहीं है,
पर मेरी एक मुस्कान जिस पर तू कभी मरता था,
आज अपने मुस्कुराने में तेरे ख्याल को पाती हूँ।
आज तू नहीं है,
पर तेरा अंश जो मेरे पास है,
आज उसी अंश में तुझे देख पाती हूँ।
आज तू नहीं है,
पर तेरे छवि जो मेरी आँखों में बसी है,
उसी छवि को याद कर तुझे सपनों में देख पाती हूँ।
आज तू नहीं है,
पर वो बातें जो तूने मुझसे कही थी,
उन्ही बातों को याद कर अपने आप को हँसता हुआ पाती हूँ।
आज तू नहीं है,
पर मेरा दिल आज भी तुझे पुकारता है,
आज इसी पुकार में तेरे होने के एहसास को पाती हूँ।
आज तू नहीं है,
सिर्फ तेरी यादें हैं,
आज इन्ही यादों को याद कर यादों कि कलम चलाती हूँ।
आज तू नहीं है,
पहले तू होकर भी नहीं था,
और कल तू होकर भी नहीं होगा,
बस यही सोचकर अपने को समझाती हूँ,
कठिन राहों पर अकेली निकल जाती हूँ,
और झूठे सपनो से जाग जाती हूँ।
पर तेरी महक जो आज भी मुझे आती है,
उसमे तेरे वजूद को पाती हूँ।
आज तू नहीं है,
पर वो रास्ते जो कभी तूने मुझे दिखाए थे,
आज उन पर अकेले चल कर भी तेरे साथ को पाती हूँ।
आज तू नहीं है,
पर मेरी एक मुस्कान जिस पर तू कभी मरता था,
आज अपने मुस्कुराने में तेरे ख्याल को पाती हूँ।
आज तू नहीं है,
पर तेरा अंश जो मेरे पास है,
आज उसी अंश में तुझे देख पाती हूँ।
आज तू नहीं है,
पर तेरे छवि जो मेरी आँखों में बसी है,
उसी छवि को याद कर तुझे सपनों में देख पाती हूँ।
आज तू नहीं है,
पर वो बातें जो तूने मुझसे कही थी,
उन्ही बातों को याद कर अपने आप को हँसता हुआ पाती हूँ।
आज तू नहीं है,
पर मेरा दिल आज भी तुझे पुकारता है,
आज इसी पुकार में तेरे होने के एहसास को पाती हूँ।
आज तू नहीं है,
सिर्फ तेरी यादें हैं,
आज इन्ही यादों को याद कर यादों कि कलम चलाती हूँ।
आज तू नहीं है,
पहले तू होकर भी नहीं था,
और कल तू होकर भी नहीं होगा,
बस यही सोचकर अपने को समझाती हूँ,
कठिन राहों पर अकेली निकल जाती हूँ,
और झूठे सपनो से जाग जाती हूँ।