Friday 6 June 2014

Bade ache lagte hain



Self written lines of stanza


Song sung by me (click here to listen)




other lines i have added later


सामने है तस्वीर तुम्हारी, ये ना बोल सकेगी !
मेरे दिल के हर पन्ने को, ये ना खोल सकेगी !!

हल्की सी दस्तक दे गयी खुशियाँ, जीवन मे आकार के मेरे !
कर ना सकी महसूस उनको, कैसे हैं ये गम के घेरे !!

खुद को कब से ढूंढ रही हूँ, फिर भी ढूंढ ना पायी !
चारों दिशाओं तम का घेरा, सामने है परछाई !!


*****स्वरचित********